नई दिल्ली ।श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर राजधानी दिल्ली के एक हिस्से मे श्री हनुमान बाबा के स्वरूप बने युवक के हाथो में इंसुलिन देकर यात्रा में शामिल करने पर दिल्ली के सनातनी नागरिकों में भारी रोष है।
बदरपुर दिल्ली निवासी पं.नरेश चंद शर्मा ने इस मामले को हनुमान बाबा के अपमान से जोड़कर बताते हुए कहा,कि देवो के देव महादेव के ग्यारहवें रुद्र अवतार श्री हनुमान बाबा के जन्मोत्सव पर राजनेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए भगवान को भी नही छोड़ा, यहां तक कि स्वरुप के हाथो में इंसुलिन देने का क्या अर्थ है,जबकि हनुमान बाबा के हाथो में मुदगल(गदा) होनी चाहिए थी।
श्री शर्मा ने कहा,कि ये सब आम आदमी पार्टी समर्थको ने अपने जेल में बंद नेता अरविन्द केजरीवाल को इंसुलिन ना दिए जाने के परिणामस्वरूप दिखाया था, लेकिन ये घोर निंदनीय है। इतना नही दो दिन बीत जाने के बावजूद सनातन धर्म के ठेकेदार बने हमारे संगठन विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल सहित अन्य हिन्दू संगठनों की चुप्पी हैरान करती है,कि एक ओर जहां वे सनातन सनातन चिल्लाते रहते हैं,
वही हनुमान बाबा के स्वरूप का राजनीतिकरण होने के कारण आज हमारे देवताओं पर अन्य समुदाय के लोग उपहास उड़ाते हैं। उन्होंने कहा,कि हमारी प्राचीन सनातनी संस्कृति को जीवन पर्यन्त कोई समाप्त नही कर सकता, लेकिन जब हमारे ही सनातनी स्वयं अपने निजी स्वार्थों के लिए हमारे आराध्यो का सार्वजनिक रूप से हंसी का पात्र बनाएंगे,तो उसे कभी भी सच्चा सनातनी उसे बर्दाश्त नहीं करेगा। श्री शर्मा ने उपरोक्त संगठनों से मांग की है,कि इस संदर्भ में वे आगे आकर राजनीति से अलग हटकर सनातन के सच्चे सेवक बने