असल न्यूज़: पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के दीनदयाल नगर में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई. इनमें 3 सफाईकर्मी और 1 मकान मालिक का बेटा शामिल है. चारों ने एक-दूसरे की जान बचाने की कोशिश की थी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि तीनों सफाईकर्मी और मकान मालिक का बेटा सेप्टिक टैंक में बेहोश पड़े हुए थे. पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला और जिला अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बता दें कि ये हादसा वाराणसी से करीब 20 किलोमीटर दूर मुगलसराय कोतवाली के दीनदयाल नगर में हुई है. दरअसल, वार्ड नंबर 20 में रहने वाले भरत जायसवाल के घर 8 से 9 मई की दरम्यानी रात को सेप्टिक टैंक की सफाई का काम चल रहा था. इस दौरान जैसे ही 1 सफाईकर्मी सेप्टिक टैंक में उतरा तो जहरीली गैस की वजह से बेहोश हो गया. उस सफाईकर्मी को बचाने के लिए दूसरा और फिर तीसरा कर्मी टैंक में उतरा. लेकिन जहरीली गैस का असर इतना अधिक था कि तीनों अंदर ही बेहोश हो गए.
टैंक के अंदर उन्हें बेहोश देखकर मकान मालिक का बेटा अंकुर जायसवाल भी उन्हें बचाने के लिए सेप्टिक टैंक में उतर गया. जहरीली गैस की वजह से वो भी अंदर ही बेहोश हो गया. घटना की जानकारी होते ही अफरातफरी मच गई. फिर पुलिस को सूचना दी गई. लेकिन अस्पताल पहुंचने तक उनकी मौत हो चुकी थी.
पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया है. मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने इस घटना के संदर्भ में बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि रात को करीब 1 बजे भरतलाल के यहां सीवर सफाई का काम हो रहा था. इस दौरान जहरीली गैस से 35 साल के विनोद रावत, 30 साल के लोहा और 40 साल के कुंदन की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि तीनों मजदूरों की जान बचाने के प्रयास में 23 साल के अंकुर जायसवाल भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए और उनकी भी मौत हो गई.