असल न्यूज़: चंडीगढ़। प्रदेश के निजी अस्पतालों ने एक जुलाई यानि सोमवार से आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा कार्ड (Ayushman Card) से इलाज बंद कर दिया है। अस्पताल संचालकों का कहना है कि उनका सरकार की तरफ करीब दो सौ करोड़ रुपये बकाया है। सरकार द्वारा पेमेंट रोकने पर प्राइवेट अस्पतालों ने ये फैसला लिया है। इससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा में आयुष्मान योजना के पैनल में 600 से अधिक प्राइवेट अस्पताल आते हैं। करीब 200 करोड़ रुपए का सरकार पर बकाया है। इसमें 20 फीसदी केवल हिसार का है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का कहना है कि सरकार जब तक राहत नहीं देती डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता (Health Minister Dr. Kamal Gupta) ने डॉक्टरों से अपील की है वह इलाज बंद ना करें। उनकी समस्या का समाधान सरकार कर रही है। 15 जुलाई तक उनकी समस्या दूर कर दी जाएगी। निजी अस्पतालों का करीब 200 करोड़ रुपए सरकार पर बकाया है। पिछले दिनों यह बकाया करीब 300 करोड़ तक पहुंच गया था, मगर स्वास्थ्य मंत्री गुप्ता से मीटिंग के बाद सरकार ने 90 करोड़ रुपए खातों में डलवाए।
बता दें कि हरियाणा प्रदेश में रोजाना करीब 4 हजार लोग आयुष्मान योजना से इलाज करवाते हैं। प्रदेश के अस्पतालों का क्लेम रोजाना 4 करोड़ के आसपास बैठता है। ऐसे में अगर एक महीना भी पेमेंट लेट हो जाती है तो करीब 400 करोड़ रुपए पेंडिंग में चला जाता है। प्रदेश में 1.3 करोड़ कार्ड धारक हैं। इनमें चिरायु हरियाणा के तहत 74 लाख 33 हजार 548 कार्ड और आयुष्मान भारत योजना के तहत 28 लाख 89 हजार कार्ड बनाए गए हैं