असल न्यूज़: दिल्ली के सिविल लाइंस के मोनेस्ट्री मार्केट के पास सोमवार देर रात एक बेकाबू डीटीसी बस ने दिल्ली पुलिस के एक सिपाही समेत दो लोगों को रौंद दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। सिपाही की शिनाख्त विक्टर (27) के रूप में हुई है, जबकि दूसरे की शिनाख्त गुरुग्राम निवासी सत्य प्रिया (23) के रूप में हुई। मूलत: यूपी के जालौन का रहने वाला सत्य प्रिया कानपुर यूपी से बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। इसका परिवार हरियाणा के गुरुग्राम में रहता है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस बस चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने से हुई मौत का मामला दर्जकर लिया है। पुलिस आरोपी बस चालक विनोद को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात करीब 10.30 पुलिस को सूचना मिली कि एक अनियंत्रित डीटीसी बस मोनेस्ट्री मार्केट के पास फुटपाथ पर चढ़ गई है। इस दौरान बस ने दो लोगों को कुचल दिया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को पास के अस्पताल में लेकर गई। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों के चेहरे, सिर और गर्दन पर चोटें थी। एक मृतक की शिनाख्त दिल्ली पुलिस के सिपाही विक्टर के रूप में हुई। बाद में दूसरे की पहचान राजीव नगर सेक्टर-13 गुरुग्राम हरियाणा निवासी सत्य प्रिया के रूप में हुई। मूलत: गांव अटा जालौन यूपी निवासी सत्य प्रिया कानपुर में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। घटना के समय वह यहां खरीदारी के लिए आया था।
मौके पर पुलिस ने देखा कि डीटीसी की हरे रंग की रूट नंबर 261 की बस डिवाइडर पर चढ़ी हुई है। जो सराय काले खां आईएसबीटी से नंद नगरी तक जाती है। घटना के समय बस ब्रेकडाउन अवस्था में थी। इसमें कोई यात्री नहीं था। पुलिस ने मामले की छानबीन की। स्थानीय स्तर पर पूछताछ में पता चला कि तेज रफ्तार बस अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर लगे यूनीपोल (विज्ञापन बोर्ड) से टकराई। जिससे यूनीपोल सड़क पर जा गिर गया। इसकी चपेट में आकर वहां खड़ा सत्य प्रिया गंभीर रूप से घायल हो गया। बस पोल को घसीटते हुए आगे बढ़ गई और करीब सौ मीटर बाद बैरिकेड के पास खड़े सिपाही विक्टर को भी पोल ने चपेट में ले लिया। उसके बाद बस कुछ दूर चलने के बाद दाहिनी तरफ गई और डिवाइडर पर चढ़कर रुक गई।
मृत सिपाही घटना के समय बाइक से गश्त पर निकले थे
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 27 साल के सिपाही विक्टर जून 2023 से सिविल लाइंस थाने में तैनात थे और वह मूलत: नागालैंड के रहने वाले थे। रात करीब सवा नौ बजे वह बाइक से इलाके में गश्त के लिए निकले थे। पुलिस ने डीटीसी चालक गाजीपुर निवासी विनोद ठाकुर (57) को गिरफ्तार कर लिया है। वह 2010 से डीटीसी बस चला रहे हैं। पुलिस चालक से पूछताछ कर रही है।
घटना कैसे हुई, जांच में जुटी पुलिस
शुरुआती जांच में चालक के शराब पीकर बस चलाने या फिर ब्रेक फेल होने से घटना होने की आशंका पुलिस को हुई। इस आशंका को देखते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चालक का मेडिकल करवाया। इसके बाद पुलिस ने बस की तकनीकी जांच करवाई। जिस दौरान हादसा हुआ उस दौरान बस ब्रेकडाउन थी। सूत्रों का कहना है कि चालक के मेडिकल रिपोर्ट में उसके शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही तकनीकी जांच में इस बात का खुलासा हो गया है कि बस का ब्रेक फेल नहीं हुआ था। ऐसे में माना जा रहा है कि तेज रफ्तार की वजह से यह हादसा हुआ है।
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि चालक तेज रफ्तार बस को नियंत्रित क्यों नहीं किया, या फिर उसने जान बूझ कर बस की रफ्तार बढ़ाई। पुलिस चालक से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।