‘अजय शर्मा’ असल न्यूज़: नरेला विधानसभा अंतर्गत लामपुर गांव मे ग्राम सभा और खेती की जमीनों पर भूमाफियाओं द्वारा कॉलोनी कटी जा रही है यहाँ ने कालोनीया काटकर उनमें छोटे- छोटे प्लाट बनाकर उन लोगों को गुमराह कर बेचे जा रहे हैं जो ना समझ है। जो अपनी जीवनभर की जमा पूंजी इन प्रॉपर्टी डीलरों के विश्वास पर यहां जमीन का छोटा सा टुकड़ा खरीदने में लगा जगा देते हैं कि वे आपने बच्चो-परिवार को एक सुरक्षित छत दे सकें ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो, लेकिन जब तक उन्हें पता चलता है कि उनका पैसा किसी के गलत बहकावे के कारण बर्बाद हो चूका है तब तक देर हो चुकी होती है वो कुछ नहीं कर सकता सिवाय पछतावे के |
जैसे तैसे अब इस इलाके में प्लाटिंग शुरू होती तब यहां गुमराहकर होकर अपनी जमा पूंजी लगाने के बाद लोग अपना मकान बनाना शुरू करते है तो दिल्ली पुलिस और रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी यहां पहुंच जाते हैं और मकान बना रहे लोगों को कानून का डर दिखाना शुरू कर देते हैं कहते हैं कि तुम गैरकानूनी काम कर रहे हो तुम्हे जेल हो जाएगी / तुम्हारा मकान तोड़ दिया जायेगे क्योंकि तुम जहां मकान बना रहे हो ये जमीन खेती के लिए है या ग्राम सभा की है
फिर खेल शुरू होता है रिश्वत बाजी का.
कानून का डर समझ अब बेचारा गरीब और मजदूर आदमी बुरी तरह डर जाता है और किसकी ना किसी तरह वह अपने आशियाने को बचाने में लग जाता है दिल्ली पुलिस और रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी उससे रिश्वत के रूप में मांग करते हैं ठीक है कुछ नहीं कहेंगे किसी को नहीं बताएंगे हमें इतना पैसा दे दो, इस मामले को रफा दफा करवाने के लिए बीच में फिर से प्रॉपर्टी डीलर आ जाते हैं और मकान से रुपए ‘ रिश्वत’ लेकर पुलिसकर्मी और रेवेन्यू विभाग के कर्मचारियों को पकड़ा देते हैं, लेकिन पुलिसकर्मी और रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी यहां से पैसा लेने के बावजूद भी एक फॉर्म भर देते हैं जो एमसीडी विभाग को जाता है उसमें लिखा होता है कि यह कंस्ट्रक्शन इन लीगल है उसके बाद एमसीडी विभाग के कर्मचारी भी यहां से आकर मकान मालिकों से रिश्वत के रूप में पैसा वसूल ले जाते हैं,
फिर इस तरह खेती या ग्राम सभा की जमीनों पर बना रहे मकान पर एमसीडी का बुलडोजर कुछ दिन बाद आता है और तोड़फोड़ कर देता है, बेचारा ना समझ मजबूर आदमी अपने आप को ठगा सा महसूस करता है, क्योंकि उसने पुलिस को भी पैसे दिए एमसीडी को भी दिए और रेवेन्यू विभाग को भी दिए और फिर भी उसका घर तोड़ दिया गया
आपको यह भी बता दें कि इस तरह के खेती या ग्राम सभा की जमीनों पर अवैध कब्जे केवल
लामपुर गांव में ही नहीं चल रहे हैं यह बख्तावरपुर,त्रिवेणी कॉलोनी, खामपुर, मुखमेलपुर, जींदपुर अलीपुर, सिंघु गांव, बुराड़ी,स्वरूप नगर सहित दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में खेती की जमीनों पर कॉलोनी या गोदाम निर्माण चलते रहते हैं, लेकिन ईमानदारी का ढोंग पीटने वाली सरकार और सरकार के मुलाजिम यहां खूब रिश्वत के रूप में चांदी काट रहे हैं