असल न्यूज़: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही एक ओर अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई है. वहीं बालक राम की देखभाल के लिए रोजाना तरह-तरह के जतन किए जा रहे हैं. गर्मी का मौसम शुरू होते ही रामलला के भोग में अहम बदलाव किए गए हैं.
भव्य राम मंदिर में विराजित हुए रामलला की रोजाना पूजन-अर्चन शास्त्रीय विधि के अनुसार की जाती है. मौसम में बदलाव के साथ उनके भोग में भी बदलाव किए जाते हैं. गर्मी को देखते हुए रामलला को सुबह से शाम तक अर्पित किए जाने वाले भोग में कुछ बदलाव किए गए हैं.
गर्मी के मौसम को देखते हुए रामलला के भोग में दही को शामिल किया गया है. अब गर्मी के मौसम में रामलला को रोजाना मधुपर्क के साथ दही भी अर्पित किया जाएगा.
भगवान राम को पहली बार मधुपर्क भी अर्पित किया जा रहा है. मधुपर्क से मतलब है मधु (शहद), दही, घी और जल का मिश्रण. रामलला को सोने के कटोरे में यह भोग चढ़ाया जा रहा है. मधुपर्क मांगल्य व माधुर्य का प्रतीक है.
गर्मी को देखते हुए भगवान राम को श्रृंगार से पूर्व भोग में मौसमी फल संतरा, सेब और मेवा चढ़ाया जा रहा है. इसके अलावा भगवान राम के प्रिय भोग खीर, रबड़ी, मिष्ठान के साथ-साथ दलिया, हलवा का भी भोग लगाया जाता है.
मध्याह्न 12 बजे की आरती के पहले मधुपर्क के बाद राम लला को दाल, रोटी, चावल, दही, दो प्रकार की सब्जी व तस्मई प्रस्तुत की जाती है. वहीं रात में शयन आरती के पहले मधुपर्क के बाद पूड़ी, सब्जी, तस्मई का भोग लगाया जा रहा है.