असल न्यूज़: उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही पद के लिए 6244 पदों पर भारती के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से 2385 केदो पर लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इस परीक्षा में सॉल्वर गैंग के सदस्य भी शामिल हो गए हैं. परीक्षा में स्वच्छता बनाए रखने के मकसद से यूपी पुलिस और यूपी एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है.
इस परीक्षा के दौरान बिहार के सॉल्वर गैंग के एक दर्जन सदस्यों को यूपी एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार सॉल्वर गैंग के सदस्यों में पटना जिले के भी दो लोग शामिल हैं. गोरखपुर बस्ती मंडल से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुरादाबाद और बिजनौर में बिहार के तीन लोगों को पकड़ा गया है. मैनपुरी में बिहटा के अमित कुमार की गिरफ्तारी की गई है. अमित कुमार कुरावली के अंशुल की जगह पर परीक्षा देने आया था.अंशुल फिलहाल आइटीबीपी में कार्यरत है.
एसटीएफ की कार्रवाई में गोरखपुर से पकड़े गए सॉल्वर गैंग मेंबर की पहचान नवादा के रहने वाले अंजनी कुमार के रूप में की गई है. अंजनी कुमार दुर्गेश यादव की जगह परीक्षा में शामिल हुआ था. बताया जाता है कि अंजनी कुमार रेलवे के समस्तीपुर के सिंधिया घाट रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात है. उसे ₹30 हज़ार एडवांस के तौर पर भी दिए गए थे. संत कबीर नगर में भी पकड़े गए सॉल्वर गैंग मेंबर की पहचान रोहतास के बिक्रमगंज निवासी प्रशांत कुमार के रूप में हुई है. बिहटा चौक के रहने वाले अभिषेक रंजन को भी गिरफ्तार किया गया है.
देवरिया में मुंगेर के कासिम बाजार के रहने वाले चंद्रभूषण सिंह की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई है. बिजनौर में पूर्वी चंपारण के अभिनव आलोक को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुरादाबाद में सीतामढ़ी के रहने वाले अवनीश को यूपी एसटीएफ ने धर दबोचा है. उत्तर प्रदेश की पुलिस ने पूरे मामले को लेकर बिहार पुलिस से भी सहयोग मांगा है. उत्तर प्रदेश की पुलिस टीम इस पूरे मामले को लेकर जल्द ही बिहार आएगी ताकि आगे की छानबीन की जा सके. पुलिस को शक है कि सॉल्वर गैंग में जो लोग पकड़े गये हैं वह कई दूसरी परीक्षाओं में भी इस तरह की जालसाजी कर चुके हैं.