असल न्यूज़: कई बार कड़ी मेहनत करने के बाद मेहनत का फल नहीं मिलता है और आज के दौर में आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया हो गया है। इसकी वजह से खर्च निकलना मुश्किल होता जा रहा है। इसमें आपकी मेहनत नहीं बल्कि घर का वास्तु दोष भी जिम्मेदार हो सकता है। खराब वास्तु दोष से घर में नकारात्मक ऊर्जा, कार्यों में बाधा, पारिवारिक सदस्यों में मतभेद और बीमारियां, धन संबंधित आदि समस्याएं बनी रहती हैं। साथ ही कई तरह की रुकावटों का भी सामना करना पड़ता है। इस तरह की समस्याओं से मुक्ति के लिए वास्तु शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से धन लाभ और जीवन में तरक्की, सुख समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं वास्तु के इन आसान उपायों के बारे में…
आर्थिक समृद्धि और स्थिरता के लिए अपने धन को हमेशा दक्षिण-पश्चिम कोने में रखना चाहिए। इस दिशा में आप तिजोरी, अलमारी, सोना-चांदी, आभूषण, वित्तीय दस्तावेज आदि चीजें दक्षिण-पश्चिम में रखें। यह दिशा पृथ्वी तत्व को दर्शाता है, जो स्थिरता सुनिश्चित करता है। इस दिशा में रखी गई चीजें कई गुणा बढ़ जाती हैं। कभी धन रखने वाली चीजों को पश्चिम या दक्षिण दिशा की तरफ नहीं रखना चाहिए, इसको नजरअंदाज करने से धन की भारी कमी का सामना करना पड़ सकता है।
इस दिशा में रखें एक्वेरियम
घर के ईशान कोण में एक्वेरियम या एक छोटा सा फव्वारा रखना बहुत शुभ माना जाता है। ईशान कोण में ही देवी देवताओं का वास होता है और घर में यह दिशा बहुत अहमियत रखती है। इस दिशा में गंदगी या भारी सामान नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में जल से संबंधित चीजें रखने से भाग्य का द्वार खुलता है और धन की आमद भी बढ़ती है। लेकिन ध्यान रहे कि इस जगह पानी का ठहराव और गंदा पानी न हो। साथ ही घर के सभी नल सही हों, टपकने वाले ना हों।
इस दिशा को रखें स्वच्छ और खाली
घर के मध्य भाग को ब्रह्म स्थान कहा जाता है। इस जगह को ईशान कोण दिशा की तरह ही साफ सुथरा और खाली होना चाहिए। जानकारी के अभाव में ज्यादातर घरों में इस स्थान पर सोफा, मेज आदि भारी सामान रख देते हैं, जो सही नहीं है। इस स्थान को स्वच्छ और खाली रखने से घर में धन समृद्धि की वृद्धि होती है और पारिवारिक सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहता है। साथ ही आरोग्य की भी प्राप्ति होती है।
इस दिशा में रखें किचन
घर में अग्नि, आकाश, वायु, पृथ्वी और जल तत्वों के बीच संतुलन होना चाहिए। इसलिए अग्नि से संबंधित चीजें जैसे किचन को हमेशा दक्षिण पूर्व दिशा के मध्य स्थान यानी आग्नेय कोण में होना चाहिए। साथ ही खाना बनाते समय मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। इस जगह के लिए नारंगी, लाल, गुलाबी रंगों का प्रयोग करना चाहिए। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि यह स्थान पूरी तरह व्यवस्थित हो। ऐसा करने से धन धान्य में वृद्धि होती है और कष्टों से भी मुक्ति मिलती है।
इस दिशा में लगाएं पेंटिंग
पेंटिंग से घर में नए रंग और सकारात्मक ऊर्जा आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही दिशा में लगाई गई पेंटिंग धन और प्रसिद्धि को आकर्षित करती हैं। इसके लिए सात घोड़ों के दौड़ते हुए की पेंटिंग अपने लिविंग रूम के पूर्व दिशा की दीवार की तरफ लगाएं। इसके अलावा आप हरियाली से जुड़ी पेंटिंग बेडरूम और लिविंग रूम में लगा सकते हैं। इस तरह की पेंटिंग समृद्धि और नए अवसरों को आकर्षित करने में मदद करती हैं।
इस दिशा में रखें बाथरूम
घर में बाथरूम हमेशा उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। साथ ही ध्यान रखना चाहिए कि बाथरूम या शौचालय का दरवाजा लकड़ी का होना चाहिए। आप चाहें तो उस पर एल्युमिनियम शीट लगवा सकते हैं लेकिन मेटल का प्रयोग दरवाजे में ना करें। बाथरूम के दरवाजे पर कोई भी शोपीस या फिर धार्मिक चीजें ना लगाएं। वहीं बाथरूम में पानी का बहाव उत्तर, पूर्व या फिर उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। यह भी ध्यान रखना चाहिए बाथरूम या शौचालय को कभी भी गीला ना छोड़ें और ब्राउन, क्रीम, सफेद या फिर लाइट ग्रीन रंगों का प्रयोग करें।
Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र क्या है और किस नियम का पालन करना होता है शुभ