असल न्यूज़: अलीपुर में एक शख्स ने करीब 50 लाख रुपये के तांबे के स्क्रैप से भरे ट्रक की चोरी की साजिश रची. उसने 12 लाख रुपये में उस ट्रक को दूसरे शख्स को सौंप दिया था. इसके लिए दोनों के बीच 12 लाख रुपये का समझौता हुआ था. उसने ट्रक चोरी की फर्जी एफआईआर भी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस को जब उस पर शक हुआ और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस का शक बढ़ता गया और उसके बाद पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के मुताबिक, मुकेश (42) ने 12 लाख रुपये की रकम के बदले में बबलू के साथ मिलकर अपने ट्रक की चोरी की योजना बनाई. उसने 19 अप्रैल को चोरी के संबंध में एक रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसका ट्रक अलीपुर के हमीदपुर गांव में एक पार्किंग स्थल से चोरी हो गया था. डीसीपी संजय कुमार सेन ने कहा कि जांच के दौरान पुलिस को मुकेश की गतिविधियों और बयानों पर शक हुआ. पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला कि मुकेश ने खुद ही अपने फोन पर कॉल लॉग्स डिलीट कर दिए और घटना के दिन फर्जी एफआईआर दर्ज करने के तरीके खोजे.
संजय कुमार सेन ने बताया, “पूछताछ के दौरान, ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करने वाले मुकेश ने कबूल किया कि धोखाधड़ी के पीछे उसका मकसद ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी के लिए आसान पैसा कमाना था. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.”मुकेश ने पुलिस को बताया कि 18 अप्रैल को उसने ट्रक को सोनू की पार्किंग में खड़ा किया था और बाद में रात में बबलू वाहन लेकर फरार हो गया. बबलू ने मुकेश को 12 में से 9.50 लाख रुपये का भुगतान भी किया था, जिसमें से मुकेश ने 50 हजार रुपये खर्च भी कर दिए थे. पुलिस ने बताया बचे हुए नौ लाख रुपये उसके पास से जब्त कर लिए गए हैं और आगे की कार्रवाई जारी है.