असल न्यूज़: सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार इंसान के हाथों की रेखाओं, नाखूनों, उंगलियों और हथेली के आकार के आधार पर उसके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, भविष्य और भाग्य के बारे में जानकारी देता है। सामुद्रिक शास्त्र ज्योतिष का ही एक प्राचीन अंग है। माना जाता है कि हथेली की प्रमुख रेखाएं जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं, जैसे विवाह, संतान, करियर और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हैं। इन सब के अलावा हथेली की रेखाएं हमारे प्रेम जीवन और शादी के बारे में भी बताती हैं। इसे विवाह रेखा कहा जाता है, आइए आज के इस लेख में इसी से जुड़ी हथेली की कुछ दिलचस्प रेखाओं के बारे में जानते हैं जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि आपकी कितनी बार अफेयर और शादी होंगे।
आज के समय में दो लोगों का प्रेम करना जितना आसान है उससे ज्यादा आसान ब्रेकअप करना हो गया है। अगर बात शादी की हो तो यहां भी दो लोगों की शादी खूब देख परखकर होती है इसके बावजूद तलाक की नौबत आ जाती है। वर्तमान परिदृश्य देखा जाए तो अब तलाक की संख्या में पहले के तुलना बहुत बढ़ोतरी हुई है।
ऐसे में बहुत से लोग शादी से पहले अपनी हाथों की लकीरों के आधार अपनी आने वाले दिनों के बारे में जानने की जिज्ञासा रखते हैं। इसलिए आइए इस लेख में विस्तार से शादी और ब्रेकअप से संबंधित हाथ की रेखाओं के बारे में जानते हैं।
हथेली के किस हिस्से में होती है विवाह रेखा
विवाह रेखा, जिसे विवाह रेखा या विवाह रेखा भी कहा जाता है, हथेली के किनारे, छोटी उंगली के नीचे स्थित होती है। यह एक क्षैतिज रेखा होती है जो हृदय रेखा से निकलकर छोटी उंगली के आधार तक जाती है।
सीधी होनी चाहिए विवाह रेखा
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अगर आपकी विवाह रेखा सीधी जा रही हो और उसमें किसी और की दखलंदाजी न हो तो आपके रिलेशनशिप अच्छा चलने वाला है, और अगर शादी हो चुकी है तो तलाक कोई गुंजाइश नहीं है। लेकिन अगर विवाह किसी और रेखा से कटी हुई है तो वो रिश्ता लंबा नहीं चल पाता है। अगर विवाह कुछ दूर तक सीधी है और बाद में कटी हुई है तो रिलेशनशिप के कुछ समय बाद ब्रेकअप हो सकता है।
इन रेखाओं की वजह से बात-बात पर होता है झगड़ा
अगर किसी के हाथ में मंगल पर्वत से कोई रेखा निकलकर यदि मस्तिष्क, भाग्य और हृदय रेखा को काटते हुए बुध पर्वत पर जाकर समाप्त होती है ऐसे इंसान के जीवन में ब्रेकअप या फिर तलाक का खतरा बना रहता है। अगर ब्रेकअप या तलाक नहीं भी हो तो संबंध में हमेशा खटास रहता है और बात बात बहस होती है।