समालखा ‘असल न्यूज़’ 12 अगस्त, 2024:- सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा हरियाणा राज्य के आट्टा गाँव में ‘वननेस वन’ परियोजना का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत निरंकारी मिशन के स्वयंसेवक एवं अनुयाईयों ने मिलकर उत्साहपूर्वक 25 हजार के करीब पौधों को रोपित किया और अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को निभाते हुए तीन से पाँच वर्षों तक इन वृक्षों की देखभाल हेतु संकल्प भी लिया ताकि इनका स्वरूप ‘लघु वन’ की भांति प्रफुल्लित हो सके।
हरियाणा राज्य के माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ‘वननेस वन’ अभियान में उपस्थित रहे जिन्होंने मिशन के इस कल्याणकारी कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि संत निरंकारी मिशन सन् 1929 में स्थापित हुआ जिसका मूल दर्शन मानवता की निःस्वार्थ सेवा करना है जिसके अतंर्गत सेवा के विभिन्न आयाम स्वास्थ्य, रक्तदान, नेत्रदान एवं निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं आदि सम्मिलित हैं। इस निःस्वार्थ सेवा के अंतर्गत एक अन्य पवित्र कार्य प्रकृति की रक्षा करना भी शामिल है। वातावरण जिस प्रकार से दूषित हो रहा है उसके दुष्परिणाम हम सभी के समक्ष है। बाबा जी के दिये गये संदेश – ‘प्रदूषण अन्दर हो या बाहर दोनों ही हानिकारक है‘ इस तथ्य को लेते हुए निरंकारी मिशन के सेवादार इन परियोजनाओं में कार्यरत है।
उन्होने आगे फरमाया कि मानवता की रक्षा हेतु वृक्षों को लगाना आवश्यक है जिसके लिये एक पेड़ को लगाकर उसकी देखभाल का संकल्प करे ताकि हमारी सभ्यता और संस्कृति आगे बढे़। निसंदेह इस प्रकार के आयोजन प्रकृति की रक्षा हेतु एक सार्थक कदम है जिसमें निरंकारी मिशन सक्रिय भूमिका निभा रहा है। अंत में उन्होने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह मेरा परम सौभाग्य है कि मैं इस पवित्र कार्यक्रम में शामिल हुआ।
संत निरंकारी मण्डल के सचिव आदरणीय श्री जोगिन्दर सुखीजा ने जानकारी सांझा करते हुए बताया कि यह परियोजना हरियाणा के अतिरिक्त संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 600 से अधिक स्थानों पर भी आयोजित की गई है। उल्लेखनीय है कि आज जहां पृथ्वी ग्लोबल वार्मिंग (वैश्विक तापन) की समस्या से जूझ रही है। ऐसे समय में वृक्षारोपण का महत्व ओर अधिक बढ़ गया है जिसमें निरंकारी मिशन पर्यावरण संरक्षण हेतु अनेक योजनाओं को क्रियान्वित कर अपनी सक्रिय भूमिका को निभाते हुए समाज कल्याण की दिशा में एक सार्थक कदम निभा रहा है।