असल न्यूज़: सिपाही भर्ती के फिजिकल टेस्ट में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत की खबर है. केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने एक अधिसूचना जारी कर बताया कि बीसी और ईबीसी श्रेणी के लिए नॉन-क्रीमी लेयर (एनसीएल) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) का प्रमाण पत्र अगर भर्ती विज्ञापन की तारीख से पहले का नहीं है, तो भी अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट से वंचित नहीं किया जाएगा.
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पर्षद ने स्पष्ट किया है कि इन प्रमाणपत्रों की कट ऑफ डेट और गाइडलाइन को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग से राय मांगी गई है. विभाग के निर्देश मिलने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा. पर्षद की इस अधिसूचना ने हजारों अभ्यर्थियों को राहत दी है, जिनका भविष्य इन प्रमाणपत्रों की तिथि के कारण अधर में लटका हुआ था.
अधिसूचना के बाद गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने धरना समाप्त कर दिया. अभ्यर्थियों ने इस फैसले को उनके हित में एक बड़ा कदम बताया और कहा कि पर्षद ने उनका भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में सराहनीय निर्णय लिया है.
भर्ती प्रक्रिया का अब तक का सफर
सिपाही के 21,391 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा पहले पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई थी. दोबारा आयोजित परीक्षा में 1,07,079 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की. 21 नवंबर को घोषित रिजल्ट के बाद 9 दिसंबर से फिजिकल टेस्ट शुरू हो रहा है, जो 13 मार्च 2025 तक चलेगा.
एनसीएल और ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र को लेकर भ्रम
पर्षद ने पहले शर्त लगाई थी कि केवल 2022-2023 कैलेंडर वर्ष के एनसीएल और ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र वाले अभ्यर्थी ही फिजिकल टेस्ट के लिए योग्य माने जाएंगे, क्योंकि वैकेंसी का विज्ञापन इसी अवधि में जारी हुआ था. हालांकि, विज्ञापन में प्रमाणपत्र की कट ऑफ डेट का स्पष्ट नहीं दी गई थी. जानकारों की मानें तो यदि सामान्य प्रशासन विभाग इन उम्मीदवारों के खिलाफ गाइडलाइन जारी करता भी है, तो वह कानूनी रूप से टिकने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि लिखित परीक्षा का परिणाम श्रेणीवार जारी किया गया था और इसमें एनसीएल व ईडब्ल्यूएस के अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट के लिए क्वालीफाई किया गया है.